उत्तर भारत हिमालय की बेल्ट से घिरा है, भारत में क्लाइम्बिंग और माउंटेनियरिंग के अपार अवसर हैं. मुख्य भारतीय हिमालय रेंज धौलाधार रेंज, पूर्वी काराकोरम रेंज, जांस्कर रेंज, लद्दाख रेंज और पीर पंजाल रेंज हैं. इसमें दुनिया के कुछ सबसे ऊंचे पहाड़ शामिल हैं.
इस क्षेत्र में सभी अभियान, ऊंचे चढ़ाई वाले ट्रैक, चढ़ाई आदि का संचालन नई दिल्ली में स्थित हेड क्वार्टर इंडियन माउंटेनियरिंग फाउंडेशन (IMF) से किया जाता है. भारत में सभी माउंटेनियरिंग संस्थान का IMF से सम्बद्ध हैं. अच्छे और जिम्मेदार तरीके से माउंटेनियरिंग के नियमों और कौशल की जानकारी पाने के लिए इन संस्थानों द्वारा प्रदान किए गए किसी भी कोर्स (पहले सम्बद्ध जानकारी देखें) में कोई भी दाखिला ले सकता है. सीटें हमेशा पहले-आओ-पहले पाओ के आधार पर दी जाती हैं, इसलिए अपने एप्लीकेशन को जल्दी भेजें. यहां कुछ माउंटेनियरिंग स्कूलों के बारे में बताया गया है:
1. नेहरू माउंटेनियरिंग संस्थान, उत्तरकाशी, उत्तराखंड
1965 में स्थापित, इसे एशिया के सबसे बड़ा माउंटेनियरिंग संस्थान के रूप में दर्जा दिया गया है. यह एडवेंचर कोर्स, साधारण माउंटेनियरिंग कोर्स, एडवांस माउंटेनियरिंग कोर्स, सर्च एंड रेस्क्यू कोर्स (इस कोर्स को प्रदान करने वाला भारत का एकमात्र संस्थान), इंस्ट्रक्शन कोर्स के तरीके आदि जैसे अलग-अलग कोर्स प्रदान करता है.
यहां 2014 में बर्फ की स्थिति के आधार पर स्कीइंग कोर्स शुरू किया गया था. तेखला रॉक क्लाइम्बिंग ट्रेनिंग क्षेत्र को भारत में सर्वश्रेष्ठ में से एक माना जाता है. अगले साल के कोर्स के लिए एक साल पहले अप्लाई करना होगा क्योंकि सीट बहुत जल्दी भर जाती हैं.
2. हिमालयन माउंटेनियरिंग संस्थान, दार्जिलिंग, पश्चिम बंगाल
यह संस्थान 1954 में स्थापित की गयी थी और यह एक बहुत ही सुंदर स्थान पर स्थित है, जो माउंट कंचनजंगा (8,512 मी) के सुबह के दृश्य को दिखाती है, जहां पहली सूर्य की किरणें इसकी चोटी पर पड़ती हैं, जो इसे एक सुनहरा रंग देती हैं. ट्रेनिंग छात्रों को कंचनजंगा नेशनल पार्क के द्वारा पश्चिम सिक्किम ले जाना एक और अतिरिक्त बोनस है. यह अपने कठिन ट्रेक और भारी रकसैक लोड के लिए जाना जाता है.
यह एडवेंचर कोर्स, बेसिक माउंटेनियरिंग कोर्स, एडवांस माउंटेनियरिंग कोर्स, मेथड्स ऑफ इंस्ट्रक्शन कोर्स और स्पेशल कोर्स जैसे स्पोर्ट्स क्लाइंबिंग, रॉक क्लाइम्बिंग आदि प्रदान करता है.
3. अटल बिहारी वाजपेयी माउंटेनियरिंग और संबद्ध खेल संस्थान, मनाली, हिमाचल प्रदेश
यह आज भारत में सबसे बड़ा एडवेंचर स्पोर्ट्स ट्रेनिंग सेंटर है. 1961 में स्थापित, यह राज्य भर में एडवेंचर कोर्स प्रदान करता है. कोई भी बेसिक माउंटेनियरिंग कोर्स, एडवेंचर कोर्स, स्नो स्कीइंग, वाटर कोर्स आदि कर सकता है.
4. जवाहर माउंटेनियरिंग एंड विंटर स्पोर्ट्स संस्थान, पहलगाम, जम्मू और कश्मीर
यह संस्थान 1983 में अरु, जम्मू और कश्मीर में स्थापित किया गया था. पहलगाम में हेड क्वार्टर, इसके विभिन्न सब-सेंटर नलथी भद्रवाह, सनासर-पटनीटॉप-कुड, शे (लेह) और गुलमर्ग में हैं. यह बेसिक और एडवांस माउंटेनियरिंग कोर्स, मेथड ऑफ़ इंस्ट्रक्शन कोर्स, बेसिक स्कीइंग कोर्स, इंटरमीडिएट स्कीइंग कोर्स, एडवांस स्कीइंग कोर्स, बेसिक पैराग्लाइडिंग, आदि प्रदान करता है.
5. नेशनल माउंटेनियरिंग एंड अलाइड स्पोर्ट्स संस्थान, दिरांग, अरुणाचल प्रदेश
2013 में स्थापित, यह पहला राष्ट्रीय संस्थान है जो भूमि, हवाई और एक्वा कोर्स संचालित करने के लिए अधिकृत है. प्रशिक्षकों की टीम को हाई एल्टीट्यूड वारफेयर स्कूल (HAWS), सियाचिन से ट्रेंड किया जाता है. इसका पहला बेसिक माउंटेनियरिंग कोर्स 26 अगस्त से 30 सितंबर 2013 तक आयोजित किया गया था. इसकी वेबसाइट जल्द ही सामने आएगी.
6. भारतीय स्कीइंग और माउंटेनियरिंग संस्थान, गुलमर्ग, जम्मू और कश्मीर
IISM की स्थापना 1969 में स्नो स्कीइंग पर मुख्य फोकस के साथ की गई थी. यह माउंटेनियरिंग कोर्स प्रदान करता है जो अन्य संस्थानों की तरह अच्छे नहीं हैं. यह वाटर स्कीइंग, पैरासेलिंग, पैराग्लाइडिंग, एडवेंचर कोर्स आदि जैसे कोर्स भी प्रदान करता है.
7. पंडित नैन सिंह सर्वेयर माउंटेनियरिंग ट्रेनिंग संस्थान, मुनस्यारी, उत्तराखंड
यह एक नव स्थापित माउंटेनियरिंग संस्थान है जो उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में स्थित मुनस्यारी में 2,200 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. नेहरू माउंटेनियरिंग संस्थान (NIM), उत्तरकाशी के बाद PNSMTI उत्तराखंड का दूसरा प्रमुख माउंटेनियरिंग संस्थान है. संस्थान का नाम महान सर्वेक्षक पंडित नैन सिंह रावत के नाम पर रखा गया है जिन्होंने 19वीं सदी के मध्य में ग्रेट ट्रिग्नोमेट्री सर्वे (GTS) में एक प्रमुख भूमिका निभाई थी. संस्थान ने पहले ही एडवेंचर कोर्स, स्कीइंग कोर्स के लिए एप्लीकेशन मंगाना शुरू कर दिया है और जल्द ही माउंटेनियरिंग कोर्स भी शुरू करेगा.
8. सोनम ग्यात्सो माउंटेनियरिंग संस्थान, गंगटोक, सिक्किम
1963 में स्थापित, SGMI का हेड क्वार्टर गंगटोक, सिक्किम में है. दिसंबर 2009 में एक नए परिसर का उद्घाटन किया गया. SGMI केवल आर्म्ड फ़ोर्स के प्रतिभागियों को ट्रेंड करता है.
9. हाई एल्टीट्यूड वॉरफेयर स्कूल, गुलमर्ग, जम्मू और कश्मीर
यह 1948 में स्थापित भारतीय सेना का ट्रेनिंग और रिसर्च प्रतिष्ठान है. इस संस्थान के कोर्स में केवल आर्म्ड फ़ोर्स के जवान ही भाग ले सकते हैं.