पिछले एक दशक में, भारतीय सांस्कृतिक परिदृश्य में देसी हिप-हॉप का प्रभाव काफी तेजी से उभरा है.
भारतीय हिप-हॉप समुदाय ने डिवाइन, नेज़ी, एमीवे बंटाई, प्रभ दीप और अनगिनत कलाकारों को उभरते हुए और अमेरिका की सबसे लोकप्रिय सांस्कृतिक शैली पर अपनी अनूठी स्वदेशी छाप छोड़ते और लोगों का मन मोहते हुए देखा है.
हालांकि, कला के क्षेत्र में यह जो क्रांति हो रही है, उसका शिखर देखा जाना बाकी है. लेकिन इसमें दो राय नहीं कि हाल के दिनों में व्यावसायिक तौर पर तमाम कीर्तिमान ध्वस्त कर रही दिल्ली की यह जोड़ी ‘सीधे मौत’ उपमहाद्वीप से हिप-हॉप के क्षेत्र में उभरती प्रतिभाओं के भविष्य की झलक जरूर हमें दिखा रही है.
वैसे, देसी हिप-हॉप की इमारत के शीर्ष पर ‘सीधे मौत’ का उदय अभूतपूर्व रहा है. यह जोड़ी बिजली की तेजी से आगे बढ़ रही है. इनके मिक्सटेप, एल्बम और सिंगल्स को लोगों ने काफी सराहा है और #SeedheMautNation के बैनर तले इस जोड़ी ने देश भर में अपने प्रशंसकों का एक समुदाय बनाया है. इस जोड़ी का लाजवाब प्रदर्शन, जुझारू शैली और दोनों की आपसी केमिस्ट्री ने इस जोड़ी को एक प्रभावशाली रचनात्मक इकाई बना दिया है. इस जोड़ी को वाइस (VICE) और डीजे मैग (DJ Mag) की तरफ से मिली सराहना ने इसे इंटरनेशनल पहचान भी दिलाई है.
हमने एनकोर एबीजे (Encore ABJ) और काम (Calm) के साथ उन निर्णायक पलों पर चर्चा की, जिन्होंने सीधे मौत के शीर्ष तक पहुंचने की उनकी यात्रा को पारिभाषित किया है.
स्पिट डोप इंक (Spit Dope Inc) में मीटिंग
दोनों की पहली मुलाकात दिल्ली के प्रीमियर अंडरग्राउंड बैटल रैप (Rap) लीग में हुई. उस वक्त काम (Calm) के दोस्त उसे एक उभरते हुए रैपर के रूप में जानते थे. उन्होंने उसे दिल्ली के हौज़ खास गांव के डियर पार्क में एक कार्यक्रम (अब यह काफी प्रतिष्ठित माना जाने लगा है) में शिरकत करने का सुझाव दिया . इस कार्यक्रम की परिकल्पना दिल्ली में बिखरे हुए हिप-हॉप कलाकारों के समुदाय को प्रेरित करने के लिए एमसी कोडे और एनकोर एबीजे द्वारा की गई थी. उस पहले कार्यक्रम में यंगस्टा, एनकोर, कोडे और कई अन्य लोगों के साथ-साथ थोड़ा घबराया- झिझकता हुआ काम (Calm) भी शामिल हुआ, जिसने शुरुआती झिझक के बाद, ऐसा फ्रीस्टाइल प्रदर्शन किया, जिसने उसके भविष्य साथी का ध्यान आकर्षित किया.
‘सीधे मौत’ का बनना
काम (Calm) जहां रहते थे, वहीं एनकोर ने उससे मिलना शुरू किया. कॉलेज बंक करके दोनों अपने प्यार हिप-हॉप में अपने हुनर को तराशते और यहीं से दोनों की रचनात्मकता ने मिलकर एक आकार लेना शुरू किया. दोनों एक ऐसा धुंआधार नाम चाह रहे थे, जो हिंदी और अंग्रेजी दोनों तरह के हिप-हॉप के प्रशंसकों को जोड़ सके. लेकिन नाम मिला काम (Calm) के बड़े भाई साहिल और उसके दोस्तों की तरफ से, जो रात के अपने कारनामों को ‘सीधे मौत’ कहते थे.
सेज़ ऑन दी बीट से मुलाकात
सीधे मौत की जो यात्रा रही है, उसकी कोई भी दास्तान दिल्ली के प्रोडक्शन के सरताज सेज़ ऑन द बीट (Sez On the Beat) द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका का उल्लेख किए बिना अधूरी होगी. क्लास-सिख, 'मेरे गली में', 'क्लास-सिख मौत वॉल्यूम II' जैसी कई धुंआधार रिकॉर्ड्स के निर्माता ने सीधे मौत के साथ जुड़कर उन्हें इस क्षेत्र में अपना पहला कदम जमाने में मदद की. उन्होंने उनकी आवाज़ को आकार देने में मदद की और आखिरकार उन्होंने देसी हिप-हॉप के अब तक देखे गए सर्वश्रेष्ठ एल्बमों में से एक को बना डाला.
2 का पहाड़ा मिक्सटेप निकालना
सीधे मौत ने मई 2017 में 2 का पहाड़ा मिक्सटेप की रिलीज़ के साथ अपनी शुरुआत की. 'सीधे मौत एंथम' के साथ ही, इस जोड़ी ने स्वतंत्र संगीत (independent music) के क्षेत्र में एक अलग तरह की आक्रामकता और साफगोई के साथ अपना आगाज किया. ये वे चीज़ें थीं, जो उस समय के हिप-हॉप में गायब थीं.
आज़ादी रिकॉर्ड्स के साथ जुड़ना
अपने डेब्यू मिक्सटेप 2 का पहाड़ा की रिलीज़ के बाद, सीधे मौत स्वतंत्र रिकॉर्ड लेबल आज़ादी रिकॉर्ड्स के साथ जुड़ गए. वे हाल ही में दिल्ली के हिप-हॉप कलाकार प्रभ दीप की डेब्यू एल्बम क्लास-सिख को रिलीज़ कर चुके थे, जिसे सेज़ ऑन द बीट के सहयोग से निर्मित किया गया था.
काम (Calm) ने पकड़ी हिंदी की राह
सीधे मौत के इतिहास में एक महत्वपूर्ण पल. काम (Calm) ने अब तक सिर्फ अंग्रेजी में लिखा और परफॉर्म किया था, लेकिन उनके मैनेजर ने फ्री-स्टाइल में उनकी कुछ पंक्तियां सुनने के बाद उनसे 'क्लास-सिख मौत वॉल्यूम II' के लिए हिंदी में लिखने के लिए कहा. इसके बाद रिकॉर्डिंग की रात तो इतिहास रच दिया गया. उस रात झिझकने वाले काम (Calm) ने जब भारतीय हिप-हॉप की अब तक की सर्वश्रेष्ठ पंक्तियां सुनाईं, तो उनके चेहरे का आत्मविश्वास लोगों को दीवाना बनाने वाला था.
उनका डेब्यू एल्बम बयान
सीधे मौत का डेब्यू एल्बम एक शानदार कृति है. यह दरअसल, एक स्वीकरोक्ति (Confession) है, और इसका नाम है बयान. सेज़ ऑन द बीट के सहयोग से बनाया गया यह एल्बम उन कहानियों की ताकत को बयां करता है, जो कि भारतीय युवा पूरी दुनिया को सुनाना चाहता है. एक साल की अवधि में निर्मित इस अल्बम 'बयान' में इस जोड़ी ने पूरी तरह से अपना जलवा बिखेरा है. इस अल्बम को न सिर्फ आलोचकों की सराहना मिली, बल्कि यह देश भर के दर्शकों के दिलों को भी छू गया.
कंट्रोल, ऑल्ट, डिलीट
‘बयान’ की रिलीज़ के बाद इस जोड़ी के मन में एक बस एक ही ख़्याल था. वे उस बाधा का तोड़ना चाहते थे, जिससे देश में होने वाले ज्यादातर हिप-हॉप कार्यक्रमों को जूझना पड़ता है- लाइव शो. मुंबई में हैबिटेट वेन्यू पर एक इंडिपेंडेंट म्यूजिक फेस्टिवल कंट्रोल आल्ट डिलिट (Control ALT Delete) में इस जोड़ी ने जो धुंआधार प्रदर्शन किया, उससे न केवल उन्होंने टॉप पर अपनी जगह पक्की की, बल्कि इसे देश में लाइव हिप- हॉप के क्षेत्र में एक मानक की तरह भी माना जाता है.
पूरे देश की यात्रा
सीधे मौत वास्तव में हिप-हॉप को भारत के कोने-कोने तक ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है. दोनों ने देश भर में बड़े पैमाने पर दौरा किया है और भारत के 14 से अधिक शहरों में प्रदर्शन किया है. वे श्रीनगर, हाफलोंग (Haflong) इत्यादि जगहों पर जा चुके हैं, जहां अब तक हिप-हॉप कार्यक्रम नहीं हुए हैं.
काम (Calm) ने उठाया प्रोडक्शन का बीड़ा
सीधे मौत के कार्यक्रमों में साउंड को लेकर प्रयोग तब से होने लगे हैं, जब से काम (Calm) ने '101', 'बॉल' और 'नमस्तुते (Namastute)' जैसे गानों पर प्रोडक्शन का दायित्व संभाला है. उनका उद्देश्य एक ऐसी खास शैली विकसित करना है, जो इस जोड़ी की उग्रता को संप्रेषित करने में न्यूनतम प्रयासों के साथ, लेकिन अत्यधिक प्रभावी हो. भारतीय संगीत के क्षेत्र में एक प्रोड्यूसर के रूप में काम (Calm) के आगमन ने साउंड के मामले में सीधे मौत की क्षमताओं के लिए संभावनाओं के नए द्वार खोल दिए हैं.