भारतीय बीटबॉक्सिंग का विकास ‘बूट्स और कैट्स’ (बीटबॉक्सिंग के बुनियादी अभ्यास) से होकर उच्च स्तरीय प्रतियोगिताओं और अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधित्व तक हुआ है.
करुण कृष्णा – बीट्स क्लब के कोर मेंबर और एमसी के बाद सबसे ज़्यादा मांग में रहने वाले – मानते हैं कि इस वक्त भारतीय शहरों में सैकड़ों बीटबॉक्सर्स हैं. 2016 बीटबॉक्सिंग चैंपियनशिप में तीसरे स्थान पर रहने और देश में कई हिप-हॉप और बीटबॉक्सिंग इवेंट्स आयोजित कराने वाले करुण को सब जानते हैं. उन्होंने बीटबॉक्सिंग की शुरुआत 2013 में की थी.
सुनील सुरेश – जो पिछले 10 सालों से बीटबॉक्सिंग कर रहे हैं और इस कला को बढ़ावा देने वाले बीट्स क्लब के सह-संस्थापक हैं – के साथ करुण भारत के कुछ बेहतरीन बीटबॉक्सर्स के बारे में लिख रहे हैं.
भावेश शर्मा उर्फ बी-क्यूब (मुंबई)
बीटबॉक्सिंग से उनका परिचय 13 साल की उम्र में जोसफ पूल्पो का वीडियो देखने के बाद हुआ. भावेश ने 2016 में भारत में हुए पहले बीटबॉक्स चैंपियनशिप को जीता, इसने इन्हें पहचान दिलाई. बाद में उन्होंने मुंबई की बैंड युफोनी को ज्वॉइन किया. इस बैंड के ड्रमर ने हाल ही में इसे छोड़ दिया था सो इस कमी को बीटबॉक्सिंग से दूर करने के लिए वे शामिल हुए. भावेश के साथ यूफोनी का वीडियो वायरल हुआ और इसने उन्हें रियलिटी टेलीविज़न शो दिल है हिंदुस्तानी में पहुंचा दिया, जहां वे रनर्स-अप चुने गए. लोकप्रिय भारतीय गानों को रिअरेंज करने में भावेश ने जिस तरह से योगदान दिया उसके लिए यूफोनी की काफी तारीफ हुई.
दिव्यांश कचोलिया उर्फ डीवीके (जयपुर)
बतौर एक संगीतप्रेमी डीवीके को बीटबॉक्सिंग से प्यार है, और वे इसमें ज़बरदस्त भारतीय पुट शामिल करते हैं. उन्हें बल्गारिया के 2012 बीटबॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियन स्किलर से मिलने पर बीटबॉक्सिंग और विलक्षण भारतीय आवाज़ों का उपयोग कर अपना संगीत बनाने प्रेरणा मिली. वे टीवी शो दिल है हिंदुस्तानी के फाइनलिस्ट और जज सुनिधि चौहान के पर्सनल फेवरेट हैं, जिन्होंने अपने कुछ कार्यक्रमों में परफॉर्म करने के लिए उन्हें आमंत्रित भी किया है. इसके बाद, उन्होंने बेनी दयाल, सुखविंदर सिंह, मीका सिंह और शान के साथ भी मिलकर काम किया.
आदित्य दिलबागी उर्फ अदय (अहमदाबाद)
वह बीटबॉक्सिंग से खुद को प्रकट करना पसंद करते हैं और अपने प्रदर्शन से श्रोताओं का मन भी हल्का करते हैं. उन्होंने बीटबॉक्स चैंपियनशिप के लूपस्टेशन केटेगरी में जीत दर्ज की और 2019 एशियन बीटबॉक्स चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व किया. वह कहते हैं कि लूपस्टेशन केटेगरी ऑफ कॉलोज़ल में इटैलियन बीटबॉक्सर आंद्रिया सिमिटान उर्फ NME के साथ जज की भूमिका निभाने से उनका एक सपना पूरा हो गया. वे अहमदाबाद डिजाइन वीक में अपने प्रदर्शन और गरबा ब्लॉक पार्टी में गरबा म्यूज़िक को नए रूप में प्रस्तुत करने के चलते खबरों में रहे. वह साउंड प्रोडक्शन और बीटबॉक्सिंग की मिक्सिंग तकनीक से अपना संगीत तैयार करते रहे हैं, साथ ही मुंबई के कुछ संस्थानों में वे बीटबॉक्सिंग पढ़ाते भी हैं.
शिवराज नटराज (बेंगलुरू)
शिवराज बेंगलुरू के बीटबॉक्सर हैं जिनकी परवरिश ओमान में हुई है. उनके परिवार का भारतीय शास्त्रीय संगीत में मज़बूत आधार है, लिहाज़ा बेहद कम उम्र में ही उन्होंने कर्नाटक संगीत सीखा. बीटबॉक्सिंग से उनका परिचय 10वीं के बोर्ड परीक्षा के दौरान एक दोस्त के मार्फत हुआ. परीक्षा के बाद, वे आगे की पढ़ाई के लिए भारत लौटकर श्री राम कृष्ण विद्यार्थी आश्रम होस्टल में रहने लगे. आश्रम में रहने वाले एक साधु ने उन्हें शास्त्रीय संगीत और उनके प्यार बीटबॉक्सिंग के बीच सिद्धांतों का सार्वजनिक भूक्षेत्र तैयार करने के लिए बढ़ावा दिया. इसके बाद वे कोन्नाकोल बीटबॉक्सिंग के आइडिया के साथ सामने आए जो संगीत कला का एक शुद्ध और नया रूप था. उन्होंने मशहूर संगीतकार मंजूनाथ बीसी के साथ मिलकर कोन्नाकोल बीटबॉक्सिंग के वीडियोज़ ऑनलाइन पोस्ट करना शरू कर दिया. उन्हें अपने अनूठे म्यूज़िकल स्टाइल के चलते इटैलियन सम्मेलन ला वोचे आर्टिस्टिका में शामिल होने का निमंत्रण मिला, जिसके बाद उन्होंने प्रोजेक्ट मिश्रम के नाम से एक प्रगतिशील कर्नाटक बैंड बनाया.
दिलीप सखरानी (बेंगलुरू)
दिलीप ने बीटबॉक्सिंग की खोज अर्मिन वैन बरेन के ट्रैक ‘पिंग पॉन्ग’ की नकल करने के दौरान की. उन्होंने जल्द ही बीटबॉक्सिंग के अपने हुनर को निखारते हुए पूरे देश में होने वाले मुकाबलों में पुरस्कारों को बटोरना शुरू कर दिया. वे इंटरनेशनल बीटबॉक्स प्रतियोगिता जीतने वाले पहले भारतीय भी बने. उन्हें ये जीत पोलैंड के कारकॉ में हुए स्विसबीटबॉक्स कैंप स्टूडेंट सोलो बैटल 2019 चैंपियनशिप में मिली. इस प्रतियोगिता का आयोजन दुनिया की सबसे लोकप्रिय बीटबॉक्स संस्था ने किया था, जिससे उन्हें एक वैश्विक पहचान मिली. वे दुनिया के सबसे बड़े बीटबॉक्स प्रतियोगिताओं में से एक ग्रैंड बीटबॉक्स बैटल 2020 में 250 प्रतियोगियों में 15वें स्थान पर आए.
अशरफ सैयद (बेंगलुरू)
अशरफ को बीटबॉक्सिंग का पहला अनुभव कॉलेज स्टूडेंट्स के सामने परफॉर्म कर रहे अपने दोस्तों का वीडियो देखने से मिला. वीडियो में श्रोताओं की प्रतिक्रिया देखकर उन्हें भी बीटबॉक्सिंग करने की प्रेरणा मिली. वह प्रतियोगिताओं में शामिल हुए, उन्होंने कई कॉलेज इवेंट्स और हिप-हॉप इवेंट्स में टाइटल्स जीते. उनके सबसे बड़े पुरस्कारों में कॉलोज़ल एलीट डिवीज़न चैंपियनशिप और B ऑन चैनल V, जिसका आयोजन V-फेस्ट गोआ 2015 में हुआ था, शामिल है.
कॉलोज़ल स्क्वॉड बैटल्स
कॉलोज़ल भारत के सबसे बड़े बीटबॉक्स मुकाबलों में से एक है, जिसका आयोजन 2017 से बीट्स क्लब कर रहा है. 14 जून 2020 को कॉलोज़ल स्क्वॉड बैटल्स के नाम से एक अलग तरह के ऑनलाइन टूर्नामेंट का आयोजन कराया गया था. इसमें चार बीटबॉक्सर्स की टीम को एक दूसरे का मुकाबला करना था. इस टूर्नामेंट के विनिंग स्क्वॉड का नाम है आहहहह शीट्ट्ट (Ahhh Shittt) जिसके सदस्य हैं कोलकाता के अभय दूबे (Bbxr Abhay), मुंबई के रिकी मेहता (Bbxr Armeht), बेंगलुरू के शॉन माइकल (Bbxr Shawn) और बेंगलुरू के ही इमैनुएल डिसिल्वा (Bbxr KnightmarE).